जल जीवन मिशन क्या है, अपने घर पानी की टोंटी कैसे लगवाएं?

जल जीवन मिशन योजना

“जल ही जीवन है” बिना जल के जीवन संभव नहीं है इस बात को ध्यान में रखते हुए हमें जल संरक्षण और दुरुपयोग को रोकने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। हर घर तक शुद्ध जल पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत की है। आइये इस अभियान के बारे में विस्तार से जानते हैं –

जल जीवन मिशन क्या है?

जल जीवन मिशन, मोदी सरकार का एक देशव्यापी अभियान है। इसका लक्ष्य देश के हर घर तक 2024 तक पीने लायक शुद्ध जल पहुँचाना है। जल जीवन अभियान को सफल बनाने के लिए भारत सरकार देश में कई कार्यक्रम चला रही है। साथ ही जल संरक्षण, शुद्ध पेय जल की उपलब्धता और दुरुपयोग को रोकने के लिए एक विशेष मंत्रालय भी बनाया है। इस मंत्रालय का नाम जल शक्ति मंत्रालय रखा गया है।

जल जीवन मिशन योजना

जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत 15 अगस्त 2019 को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयी थी। इस मिशन को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 3 लाख 60 हजार करोड़ रुपये की लागत से 2024 तक हर घर नल से शुद्ध जल पहुचाने का लक्ष्य रखा है। जल शक्ति मंत्रालय के सर्वे के अनुसार अभी देश के 19,14,53,590 परिवारों के पास पीने लायक जल की व्यवस्था नहीं है। लेकिन जल जीवन मिशन के सफल प्रयासों से 26 अगस्त 2022 तक 10,07,73,070 ( लगभग 52 प्रतिशत ) परिवारों को नल द्वारा पेय जल देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

overview

योजना का नाम  जल जीवन मिशन 
कब शुरू हुई  15 अगस्त 2019
किसने शुरू किया  केंद्र सरकार ( मोदी सरकार )
मंत्रालय का नाम  केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय 
योजना का उद्देश्य  पूरे भारत में हर घर नल से शुद्ध जल पहुचाना। 
निर्धारित लक्ष्य  18,99,85,096 परिवार तक जल पहुचना।
नयी अपडेट  2 अक्टूबर 2020 से 100 दिन का आंगनवाड़ी जल वितरण कैम्पेन 

ये भी जाने – रोजगार मेला रजिस्ट्रेशन 2023

जल जीवन मिशन का महत्व –

‘जल ही जीवन है’ यह कहावत तो आप भी जानते होंगे। इसका अर्थ है बिना जल के जीवन की कल्पना करना असंभव है। इसी बात को समझते हुए केंद्र और राज्य सरकारें जल जीवन मिशन को सफल बनाने में बराबर योगदान दे रही हैं। हर घर जल के महत्व को समझते हुए जहाँ देश के सभी घरों तक जल पहुचाया जा रहा है, वहीँ दूसरी ओर सरकारें शुद्ध जल की उपलब्धता, जल संरक्षण, पुनर्भरण, पुनः उपयोग, वर्षा जल संचयन जैसे अहम् पहलुओं पर भी काम कर रही है।

जल जीवन मिशन की खास बातें –

  • इस मिशन में केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्थानीय और सार्वजानिक संस्थानों की भागीदरी से पेय जल की दीर्घ कालिक उपलब्धता और सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित किया गया है।
  • यह मिशन निर्धारित योजना के साथ पेय जल सुरक्षा, ग्रामीण जल आपूर्ति, कार्यान्वयन, प्रबंधन, संचालय पर काम करती है।
  • मिशन दीर्घ कालिक पेय जल श्रोत, प्रदूषण रहित रहित जल के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट, प्राकृतिक आपदाओं आदि को ध्यान दे कर कार्य करता है।

जल जीवन मिशन के उद्देश्य –

  • जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य पानी की किल्लतों से गरीब और पिछड़े क्षेत्रों को मुक्त करना है।
  • देश के प्रत्येक परिवार को शुद्ध जल पहुंचा कर अशुद्ध पानी पीने और बीमार होने से बचाना।
  • प्रत्येक ग्रामीण परिवार को FHTCs प्रदान करना।
  • सभी जरुरी और सार्वजानिक जगहों पर पेय जल की व्यवस्था करना।
  • जल जीवन मिशन सभी दूर-सुदूर गांवों, आंगनवाड़ी केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, जीपी भवनों आदि क्षेत्रों में जल की व्यवस्था उपलब्ध करवाएगी।

Jal Jeevan Mission से जुड़ें –

केंद्र सरकार द्वारा इस मिशन के लिए अलग से एक ऑफिसियल वेबसाइट बनायी गयी है। इस वेबसाइट पर योजना से जुड़ी कई जरुरी लिंक दी गयी है। योजना से जुडी इन लिंक पर क्लिक करके आप अधिक जानकारी ले सकते हैं।

Institutional Mechanism

Infrastructure

Financial Planning

Technological Interventions

Support Activities

Water Quality Monitoring

जल जीवन मिशन के लाभ

  • मिशन के तेजी से पूरा होने से देश के दूर दराज ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या दूर हो जाएगी।
  • शुद्ध पेय जल की आपूर्ति से समाज में स्वास्थ्य स्तर में सुधार होगा।
  • जल जीवन मिशन की सफलता से ग्रामीण जीवन में सुधार और समाज में सशक्तिकरण होगा।
  • 2024 तक सभी गावों और शहरों में इस मिशन के तहत हर जगह जल वितरित हो जायेगा।

जल जीवन मिशन को लेकर असम, मेघालय, ओडिशा, हरियाणा, आँध्रप्रदेश जैसे राज्यों द्वारा हाल में एक्शन प्लान और बजट पेश किया है। केंद्र और राज्यों द्वारा लिए जा रहे महत्वाकांक्षी फैसलों से जल जीवन मिशन के लक्ष्य को जल्दी पूरा करने में मदद मिलेगी।

 

ये भी जाने – जल जीवन हरियाली योजना बिहार

1 thought on “जल जीवन मिशन क्या है, अपने घर पानी की टोंटी कैसे लगवाएं?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *